Wednesday, March 4, 2015

अवकाळीमुळे ७.५० लाख हेक्टर पिकांचे नुकसान


पुणे (प्रतिनिधी) ः राज्यात 28 फेब्रुवारी व एक मार्च रोजी झालेल्या अवकाळी पावसाने तब्बल सात लाख 49 हजार 522 हेक्‍टरवरील पिकांना मोठा दणका दिला आहे. कृषी आयुक्तालयाने सहा लाख नऊ हजार 424 हेक्‍टरवरील शेतीपिके आणि एक लाख 40 हजार 98 हेक्‍टर क्षेत्रावरील फळपिकांचे अवकाळी पाऊस, गारपीट व वादळामुळे नुकसान झाल्याचा प्राथमिक अहवाल शासनाला सादर केला आहे. उस्मानाबाद जिल्ह्यात सर्वाधिक एक लाख 49 हजार 470 हेक्‍टर तर जालना जिल्ह्यात एक लाख 36 हजार हेक्‍टरवरील पिकांना फटका बसला आहे. रत्नागिरी जिल्ह्यात सर्वाधिक 92 हजार 705 हेक्‍टर क्षेत्रावरील फळपिकांचे नुकसान आहे.

पालघर, सोलापूर, कोल्हापूर, बुलडाणा व वाशिम हे पाच जिल्हे वगळता उर्वरीत 29 जिल्ह्यांना अवकाळी पावसाने फटका बसला आहे. त्यातही मराठवाड्यात नुकसानग्रस्त क्षेत्र सर्वाधिक आहे तर फळपिकांचे सर्वाधिक नुकसान कोकणात आहे. फळपिकांमध्ये प्रामुख्याने आंबा, द्राक्ष व डाळींब या पिकांचे नुकसान आहे. डाळींब व संत्रा यासारख्या पिकांची फळगळ झाली असून द्राक्षाचे मणी फुटले आहेत. घडांमध्ये पाणी साचल्याने बुरशीजन्य रोगांचा प्रादुर्भाव वाढण्याची शक्‍यता आहे. सांगली जिल्ह्यात चार हजार 100 टन बेदाणा पावसात भिजल्याने त्याची प्रतवारी खालावण्याचा धोका आहे.

शेती पिकांमध्ये रब्बी ज्वारी, हरभरा व गहू ही पिके वादळी वाऱ्याने जमीनीवर लोळल्याने व कणसात पाणी साचल्याने नुकसानग्रस्त झाली आहेत. ज्वारी काळी पडण्याचा धोका आहे. लोळलेली पिकांनी उभारी घेतली तरी उत्पादनाच्या गुणवत्ता व प्रतवारीला फटका बसल्याने बाजारभावाच्या बाबतीत मोठे नुकसान होण्याची शक्‍यता आहे. बाधीत क्षेत्राचे सविस्तर पंचनामे झाल्यानंतर जिल्हानिहाय बाधीत क्षेत्रात बदल होऊ शकतो, असे कृषी आयुक्तालयाच्या आपत्तीग्रस्त पिक नुकसानीच्या प्राथमिक अहवालात म्हटले आहे.

*कोट
""अवकाळी पावसामुळे सुमारे साडेसात लाख हेक्‍टरवरील पिकांच्या नुकसानीचा अंदाज आहे. यापैकी नक्की किती क्षेत्राचे 50 टक्‍क्‍यांहून जास्त नुकसान आहे, हे अद्याप निश्‍चित नाही. जिल्हाधिकाऱ्यांमार्फत पंचनामे पूर्ण झाल्यानंतरच याबाबतची वस्तुस्थिती स्पष्ट होईल.''
- विकास देशमुख, कृषी आयुक्त, महाराष्ट्र राज्य

- 28 फेब्रुवारी व 1 मार्चला पडलेला एकूण पाऊस (मिलीमिटरमध्ये)
ठाणे 21.5, रायगड 40.2, रत्नागिरी 27.6, सिंधुदुर्ग 30.6, नाशिक 12.3, धुळे 1.8, नंदुरबार 7.8, जळगाव 18.2, नगर 25.7, पुणे 37.4, सोलापूर 12.7, सातारा 25.9, सांगली 25.1, कोल्हापूर 25.4, औरंगाबाद 21.3, जालना 17, बीड 18.3, लातूर 10.5, उस्मानाबाद 15.6, नांदेड 24, परभणी 18.2, हिंगोली 28.5, बुलडाणा 24.8, अकोला 26.6, वाशिम 35.8, अमरावती 59.3, यवतमाळ 62.8, वर्धा 51.7, नागपूर 54.2, भंडारा 56.3, गोंदिया 72, चंद्रपूर 30.8, गडचिरोली 24.2

- अवकाळीची बाधा (28 फेब्रु ते 1 मार्च 2015)
जिल्हा --- शेतीपिके (हेक्‍टर) --- फळपिके (हेक्‍टर) --- एकूण (हेक्‍टर)
ठाणे --- 1,259 --- 1,548 --- 2,807
रत्नागिरी --- 0 --- 92,705 --- 92,705
रायगड --- 707 --- 8,222 --- 8,929
सिंधुदुर्ग --- 0 --- 8,408 --- 8,408
नाशिक --- 3,984 --- 167 --- 4,151
जळगाव --- 818 --- 169 --- 987
धुळे --- 1,898 --- 620 --- 2,518
नंदुरबार --- 1,231 --- 0 --- 1,231
नगर --- 19,752 --- 3,084 --- 22,836
पुणे --- 9,938 --- 1,007 --- 10,945
सातारा --- 4,635 --- 486 --- 5,121
सांगली --- 22,274 --- 4,024 --- 26,298
औरंगाबाद --- 43,577 --- 3,058 --- 46,635
बीड --- 53,872 --- 709 --- 54,581
जालना --- 1,26,077 --- 9,922 --- 1,35,999
नांदेड --- 3,503 --- 5 --- 3,508
परभणी --- 39,172 --- 70 --- 39,242
लातूर --- 0 --- 40 --- 40
हिंगोली --- 28,649 --- 1,180 --- 29,829
उस्मानाबाद --- 1,47,862 --- 1,608 --- 1,49,470
अकोला --- 1,830 --- 0 --- 1,830
यवतमाळ --- 17,266 --- 181 --- 17,447
अमरावती --- 7000 --- 0 --- 7,000
वर्धा --- 15,173 --- 1,600 --- 16,773
नागपूर --- 42,350 --- 0 --- 42,350
चंद्रपूर --- 3,500 --- 397 --- 3,897
गोंदिया --- 4,000 --- 338 --- 4,338
भंडारा --- 9,000 --- 550 --- 9,550
गडचिरोली --- 97 --- 0 --- 97
एकूण --- 6,09,424 --- 1,40,098 --- 7,49,522
---------(समाप्त)----------- 

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